चतुर चालक चमन चंट की कहानी | Hindi moral story, special kahani 2020

गांव के एक चतुर चालक सीधे से लड़के की कहानी

ये कहानी एक सीधे से लड़के की है जो गांव में रहता था और सीधा सादा जीवन पसंद करता था। उसे भोर में जल्दी उठना और अपने सारे काम खुद करना अच्छा लगता था। वो हमेशा सबकी भलाई चाहता और हर किसी की मदद करता था जितना उससे हो सके वो मद्द करता भी था।


एक दिन उसके परिवार में अचानक से कुछ सदस्यों की तबियत ख़राब हो गयी और उसने जो पैसे बचा रखें थे वो सब उसी में चला गया। अब घर में सब चिंतित रहने लगे और सभी सोचने लगे आगे कुछ ऐसा हुआ तो हम क्या करेंगे।

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चमन ने भी इसके बारे में खूब सोचा और एक युक्ति निकाली। उसने अपने गांव के सभी दोस्तों और उनके दोस्तों को भी बुलाया और कहा।


देखो ! आज मेरे परिवार में अचानक से एकाएक तबियत ख़राब हुई। जो बचा हुआ धन था वो सब चला गया और अब कुछ भी शेष नहीं। में चाहता हूं ऐसी परिस्थिति अगर गांव के किसी भी परिवार पे फिर से आये तो हम सब उसका सामना करने के लिए तैयार रहें।


दोस्तों ने कहा वो सब तो ठीक हे हम सब इस समस्या का सामना कैसे करें। हमारे पास तो कुछ खास धन दौलत भी नहीं है। फिर ये कैसे संभव है ?


चतुर चमन ने कहा - घबराओ नहीं। में जेसे कहता हूँ वेसा करो। हम सब मिलकर अपने गांव के हित और विशेष कर आपात काल स्थिति के लिए एक मिनी बैंक खोलते हैं। जिसमे सभी गांव वाले थोडा - थोडा करके पैसे जमा कर सकते हैं।


कागज़ी आदि कार्यवाई और सरकार से Permission आदि मैं लेकर आऊंगा। बस आप लोग सहायता कीजियेगा। चमन के अथक प्रयास से और बड़े अधिकारियों की सहायता से उन्होंने ये कार्य पूर्ण किया। कुछ लोगों को उन्होंने सिखाया और कहा- बाकियों को आप सीखा देना।


सभी दोस्तों ने एक साथ हामी भरी और चमन का साथ देने का वादा भी किया। उसके बाद सभी के प्रयासों और सभी के हितार्थ के लिए ये उचित कदम उठाये गए। और उन्होंने सफलता भी पायी।

निष्कर्ष -

दोस्तों आपके मन मैं लोगों/समाज/ कल्याण के लिए कुछ करने की सच्ची लगन और मन में आत्म विश्वाश है, तो जीत आपकी निश्चित है। कोई आपको नहीं रोक सकता। इसलिए कहा गया है - विपतिः समस्या निवारणार्थकं मूलम् इति। अर्थात् विपत्ति में भी आपको हर समस्या का समाधान मिलेगा। बस कभी हार न माने और हमेशा कोशिस करते रहें। 


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