Masum Ladki Love Story | सीधी सी लड़की की लव स्टोरी

A Very Pretty and Innocent Girl True Love Story in Hindi Written by HBB

( एक मासूम लड़की की रोचक कहानी )
ये कहानी किसी को ठेस पहुँचाने के उद्देश्य से नहीं लिखी गयी है। यह कवि की स्वतंत्र और कल्पनात्मक कृति है। इसका किसी से किसी भी प्रकार का कोई सम्बन्ध नहीं है। 

innocent girl love story
Masum Ladaki ki Love Story

कहानी के लेखक व सूत्रधार- हिंदी बेस्ट ब्लॉग है। किसी भी प्रकार की आपत्ति व सुझाव के लिए आप हमें कमेंट या कांटेक्ट फार्म भरके बता सकते हैं। 

चलिए कहानी आरम्भ करते हैं -

यह कहानी एक लड़की की है- जो बहुत ही मासूम, सीधी सी दिखने वाली और बहुत सुन्दर थी। जिसे दुनिया का कुछ अता पता ही नहीं था। वह अपने परिवार तक ही सीमित थी। जिसमें उसके माँ बाप भाई बहन कुछ गिनी चुनी सहेलियां जोकि कुछ स्कूल और कुछ पड़ोस में रहती थी।

उसका ज्यादातर समय गांव में बीता, जिसके कारण वह पढ़ाई में कुछ खास नहीं थी। उसने प्रयास  किया और सफलता पाई। अब वह भी पढ़ाई में अच्छे नंबर लाने लगी। वह शर्मीली थी जिसके कारण वह लड़कों से बात नहीं कर पाती थी।

लड़कियों से बोलती तो थी पर ज्यादा नहीं। उसे कुछ पसंद था तो वे थे छोटे बच्चे। वह उनके साथ खेला करती थी क्यूंकि उसे बच्चे अच्छे लगते थे। वह अब बड़ी होने लगी पढ़ाई के साथ-साथ वह सब के साथ घुल- मिलने लगी, उसके दोस्त भी अब बनने लगे।


लाइफ ने लिया मोड़ -

वह माँ- बाप पे विश्वास करती थी और वही करती थी जो वे कहा करते थे। वह उनसे बहुत प्यार करती थी और वो भी। अब उसकी जिन्दगी ने नया मोड़ लिया उसकी ज़िंदगी में एक लड़का आया। वो उसकी कक्षा में ही पड़ता था जिसका नाम था गौतम। वह बहुत स्मार्ट, गुड लुकिंग था। जिस कारण स्कूल की सारी लड़कियां उसकी दोस्त थी और उसे पसंद भी करती थी। 

अब हुआ कुछ यूँ गौतम के साथ रिया भी पढ़ती थी। जैसे ही वे बारहवीं कक्षा में पहुंचे, उसके मन में लड़की के प्रति प्रेम भाव बड़ने लगा। वे दोनों एक दूसरे को जानते थे - पिछले तीन सालों से पर ऐसा कुछ नहीं था उनके बीच जिसे वो प्यार का नाम दे सकें। 

दरसल ये बात उस दिन की है जब एक दिन ऐसे ही गौतम ने मजाक - मजाक में लड़की से कहा की क्या तुम मुझसे शादी करोगी। उस लड़की ने भी मजाक में हाँ कह दिया। उस दिन के बाद से लड़का उस लड़की के सपने देखने लगा। लड़की को इस का पता भी नहीं था। वे दोनों हमेशा की तरह ही आते खेलते पढ़ाई करते और चले जाते।

अब लड़का सीरियस था उसके प्रति, लड़की को भी उसके साथ बात करना अच्छा लगता था। कुछ समय तक उनके बीच ऐसा ही चलता रहा, पर एक दिन लड़के ने अपने प्यार का इजहार किया। लड़की ने कुछ भी नहीं कहा वह सिर्फ चुप रही, क्यूंकि उसके समझ में नहीं आ रहा था कि- वह क्या बोले और क्या करे। वह न तो मना कर सकी न हाँ बोल पाई। 

वह नहीं चाहती थी की उसकी वजह से घर वाले परेशान हों। क्यूँकि लड़का दूसरी जाति का था। उसे इतना तो पता था कि उसका यह रिश्ता कभी भी उसके घर वाले स्वीकार नहीं करेंगे। बस इतनी सी बात लड़की, लड़के को नहीं समझा पाई।


लड़के का दिवानापन 

अब लड़का जो पढ़ाई में हमेशा First आता था मुश्किल से पास होने लगा क्यूंकि उसका पूरा ध्यान लड़की पर ही था। वह उसके लिए कुछ भी कर सकता था। वह उसे दिवानों की तरह चाहता था। यहां तक की उसे एक बार देखने के लिए वह कुछ भी कर सकता था। इस दिवाने पन का एहसास उस लड़की को हो गया। 

वो उसे मना भी नहीं कर सकती थी क्यूंकि उसे लगता था कि लड़का कहीं अपने साथ कुछ गलत न कर बैठे। लड़की को उसके साथ रहना अच्छा लगता था। पर उसे ये भी पता था कि उसकी लव कहानी का नतीजा क्या होने वाला है।


इसलिए वह लड़के को कभी भी अपनी मजबूरी नहीं बता पायी और न ही उसे मना कर पायी। अब स्कूल का अंतिम साल था। एग्जाम होने वाले थे। उन्होंने साथ में ही एग्जाम दिये। एग्जाम के कुछ पेपर रह गये थे। जिसको उन्हें फिर से देना था। अब समय भी कुछ ज्यादा हो गया था, एक दूसरे से मिले हुए। लड़की पहले ही किसी से ज्यादा नहीं बोलती थी। एक दिन वो अचानक से मिले, लेकिन उसने लड़के को देखा भी नहीं, लड़का बिना कहे समझ गया था कि वह क्या चाहती है। फिर भी वह उसे जहाँ देखता उसका पीछा किया करता था। 

साल बीतते गये लड़का उसे अब भी प्यार करता था। लेकिन लड़की जानती थी कि- वे कभी भी एक नहीं हो सकते। उसको ये भी पता था कि उससे ज्यादा प्यार करने वाला उसे लाइफ में कोई नहीं मिलेगा। वह कुछ नहीं कर सकी सिवाय चुप रहने के। लड़की ने पढ़ाई कंटिन्यू ( जारी ) रखा। 


लड़की की शादी हुई तय -

लड़की को यही डर रहता था कि कहीं वह उसके सामने न आ जाय। लेकिन ऐसा हुआ नहीं, फिर भी लड़का उसके बारे में सारी जानकारी रखता था। अब लड़की की शादी तय हुई। ये बात भी उसे पता थी। और एक दिन वह उसके सामने आया और बोला मुझे पहचाना। कौन हूं मैं ? लड़की ने बोला - गौतम ! इसके सिवाय वो कुछ भी नहीं बोल पाई।

वह उनकी आखिरी मुलाकात थी। उसके बाद लड़की की शादी किसी और से हो गई और वह अपने ससुराल आ गयी। लड़के का क्या हुआ यह लड़की को भी नहीं पता।

शायद वह लड़का अपनी जिंदगी में खुश होगा और वह लड़की अपनी जिंदगी में। ऐसा जरुरी नहीं कि आपको वो सब मिल जाय जो आप चाहें। उसके बदले जो मिलता है वह भी चाहत बन जाती है। हम इसी में जीना सीख जाते हैं। समय- समय की बात है। वक्त हर घाव को भर देता है। 

अंतिम पंक्ति-

बस लड़की उस लड़के के लिए यही दुआ किया करती थी कि उसे भी कोई सच्चा प्यार करने वाला मिल जाय। जिससे की वह अपनी जिंदगी में खुश रहे और उस लड़की यानी रिया को भूल सके।

ये थी एक मासूम लड़की की सच्ची लव स्टोरी जो सभी का सम्मान व सभी को खुश देखना चाहती थी। लेकिन वो कहते हैं ना- उस ऊपर वाले के सामने किसी की भी नहीं चलती। जो उस परमात्मा की इच्छा होती है आखिर कार वही होता है।


Thanking You..)

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