आलू खाने का सही तरीका
छिलके
सहित (With Jacket) भूनकर (Baked) आलू खाना श्रेष्ठ
है। आलू अच्छी तरह
भुनते हैं।
आलू सीधे पानी में कभी नहीं उबाले। भाप द्वारा ही पकायें। किसी कारणवश पानी में उबाले जाने पर पानी का उपयोग कर लें और आलू चाहे तो फेंक दें की मा क्योंकि आलू के सारे तत्त्व पानी में उतर आते हैं। प्रेशर कुकर में, बर्तन में भाप दें, ताकि इसके पोषक तत्त्व घुले नहीं।
प्रेशर
कुकर या ओवन न
होने पर अगर सादे
बर्तन में पानी से
ही पकान पड़े तो
पानी का कम-से-कम उपयोग करें
तथा इस तरह पकायें
कि पानी आत् में
ही ज़ज्ब हो जाये।
बाजारों
में 150 तथा 300 रुपये के बीच तंदूर
ओवन या सादे ओवन
आत् भूनने के लिए मिल
जाते हैं। इनको खरीद
लेना उपयोगी है। आलू पर
ताजा कच्चा मक्खन या कच्चा तेल
या मूंगफली का तेल डालकर (चुपड़कर) खाया जा सकता है।
इसका सबसे बढ़िया
मेल सलाद तथा पकी हुई हरी सब्जियों के साथ है। नारियल गिरी के साथ कभी-कभार खाये जा
सकते हैं।
(आलू का दुश्मन नम्बर-1 )
नीबू, टमाटर, इमली व सभी खट्टे फल किसी भी स्टार्च युक्त आहार के साथ कभी नहीं खाये जाने चाहिये, खटास की उपस्थिति में स्टार्च के लिए क्षारमय पाचक रस सावित होने पर खटास उसको नष्ट (Neutralize) कर देता है, जिसके कारण स्टार्च लम्बे समय तक रुक कर सड़ना शुरू हो जाता है। दोनों का पाचन माध्यम बिल्कुल विपरीत है। आहार मेल (Food Combination) का यह बहुत आवश्यक और सख्त नियम है।
खट्टे फल खाने
के 15-20 मिनट बाद ही स्टार्च का उपयोग कर सकते है। स्टार्च खाने के बाद खट्टे फल कभी
नहीं खायें। अपच तथा अधिकतर रोगों का यह एक बहुत बड़ा कारण है।
आलू के दुश्मन नम्बर-2 -
दूध, दही, पनीर,
अण्डे, दालें, माँस, मछली, सोयाबीन, मेवे (बादाम, अखरोट इत्यादि)। मूँगफली जैसे कोई
भी प्रोटीन युक्त खाद्य आलू के साथ कभी नहीं खायें क्योंकि प्रोटीन अम्ल माध्यम में
और आलू (स्टार्च) क्षार माध्यम में पचता है, इसलिए दोनों साथ में लिए जाने पर पाचक
रस नष्ट हो जाते हैं। स्टार्च लम्बे समय तक पेट में रुक कर सड़ जाते हैं एवं अपच पैदा
कर पेट
दर्द का घरेलू उपाय
रोग का कारण बनते हैं।
आहार का यह
भी एक बहुत बड़ा गलत मेल है। ताज़े नारियल में प्रोटीन की मात्रा 3-4 प्रतिशत के करीब
होने के कारण यह आलू के साथ कभी- उपयोग किया जा सकता है।
अंकुरित दालें
भी अंकुरित होने के कारण उनका प्रोटीन सब्जियों की तरह सुपाच्य हो जाता है, इसलिए आलू
केवल अंकुरित की हुई दालों के साथ ही खाया जा सकता है।
इन्हें भी अवश्य पढ़ें -
0 Comments
Hi,
Welcome to HindiBestBloG dot CoM
Thank you for your valuable comments
Please do not spammy comments.